शुक्रवार, 4 जून 2021

भारतीय संघ व संघ के राज्यों की किसी भी सरकार ने संत जरनैल सिंह भिंडरावाले को आतंकी घोषित नहीं किया।

भारतीय संघ व संघ के राज्यों की किसी भी सरकार ने संत जरनैल सिंह भिंडरावाले को आतंकी घोषित नहीं किया।

किसी भी अदालत ने उनको भगोड़ा घोषित नहीं किया।किसी भी राज्य की पुलिस ने उनको ईनामी अपराधी घोषित नहीं किया।

किसी भी राज्य के हाइकोर्ट ने उनको तड़ीपार घाषित नहीं किया।

किसी भी अदालत ने उनको पेशी पर बुलाया हो और न आये हो,ऐसी भी कोई बात रिकार्डेड नहीं है।

संत भिंडरावाले ने किसी को गोली तो छोड़िए जिंदगी में थप्पड़ तक नहीं मारी थी।उनके खिलाफ भारत मे किसी भी अदालत में मारपीट तक का मुकदमा दर्ज नहीं है।

संत भिंडरावाले ने कभी अलग देश की मांग नही की।1956 के आनंदपुर साहिब प्रस्ताव जो भारत सरकार ने पास किया उसको लागू करने की बात कही।

पंजाबी भाषा को राज्य की द्वितीय भाषा घोषित करने की आधिकारिक मांग की थी।कई राज्यों में यह व्यवस्था पहले से लागू थी।

संत भिंडरावाले ने युवाओं से असल सिखी पर आने की बात की।शराब,अफीम,तम्बाकू से दूर रहने का धर्म युद्ध मोर्चा चलाया।आज हर समाज मे इस तरह के आंदोलन/जागरूकता अभियान चलाए जा रहे है।

पूरे पंजाब के पिंड-पिंड की खाक छानी।सिक्खों के तमाम तरह के आपसी विवाद को समाप्त करने के लिए सामाजिक अभियान चलाया।जाट समाज आज भारतीय न्याय व्यवस्था से त्रस्त होकर खाप पंचायतों को जिंदा करने का जो प्रयास कर रहा है वह उसी तरह का अभियान था।

गुलाम भारत मे हमारे भगतसिंह आतंकी घोषित है और आजाद भारत की सरकार ने 73 सालों में रिकॉर्ड में कोई सुधार नहीं किया।आजाद भारत मे हमारे संत भिंडरावाले सरकारी रिकॉर्ड में आतंकी घोषित नहीं है लेकिन उनकी फोटो हाथ मे उठाने वाले देशद्रोही घोषित कर दिया जाता है।

नाथूराम गोडसे ने गांधी को गोली मारी,अदालत ने अपराधी साबित किया,उसकी मूर्तियां बन रही है और चुने हुए सांसद उनको सबसे बड़ा राष्ट्रभक्त कहते है।

संत भिंडरावाले को अपराधी घोषित करने के सबूत भारत सरकार देश के सामने रखे!देश को लोगों को सच बताना सरकार का दायित्व है।

6 जून को पोस्टर/फोटो लहराने व बरसी मनाने वालों को देशद्रोही घोषित करने की जब तैयारी करो तो आधिकारिक आंकड़े भी सामने रखो!

मारा भगत आतंकी और गाय की चर्बी वाले कारतूस के खिलाफ क्रांति करने पहला शहीद!मारा संत आतंकी व आजाद भारत का घोषित हत्यारा/आतंकी राष्ट्रभक्त!यह नहीं चलेगा!

देश को आधिकारिक डेटा दो और गलतफहमी दूर करो!फेसबुक/ट्वीट व व्हॉट्सग्रुप में फॉरवर्ड करके मत बरगलाओ!

भारत सरकार बहुत मजबूत व प्रचंड बहुमत वाली है।भगतसिंह के बारे में निर्णय कर ले कि वो शहीद थे या आतंकी!आधिकारिक तौर पर गोडसे को राष्ट्रभक्त व भिंडरावाले को आतंकी घोषित करके देश को बता दें!

हकीकत यह है कि भारत सरकार भिंडरावाले पर खालिस्तानी लेबल लगाकर चार दशक से सिक्ख कौम को जलील कर रही है।इस अंतहीन जलालत पर विराम लगना चाहिए!

900 ग्राम का भाला 80 किलो का बताकर राष्ट्रभक्त होने की गाथाएं गाई जा रही है तो ढाई किलो के भाले में कहां कमी रह गई उस पर गौर किया जाना चाहिए।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

मेरे दारा उपलब्ध कराए गए किसी कंटेंट से दिक्कत है तो मुझे बता सकते है

सामान्य ज्ञान