सोमवार, 29 जून 2020

Clear today!



With a high of F and a low of 87F. Currently, it's 104F and Sunny outside.

Current wind speeds: 12 from the Southwest

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Sunrise: June 29, 2020 at 05:46AM

Sunset: June 29, 2020 at 07:35PM

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June 29, 2020 at 04:00PM

रविवार, 28 जून 2020

Sunny today!



With a high of 104F and a low of 86F. Currently, it's 104F and Sunny outside.

Current wind speeds: 16 from the Southwest

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June 28, 2020 at 04:00PM

महाराजा रणजीतसिंह

महाराजा रणजीतसिंह की गणना भारत के महान् शासकों में की जाती है। इटालियन जाति में जुलियस सीजर, फ्रांसीसियों में नैपोलियन, जर्मनों में लूथर, हिटलर और यूनानियों में जो स्थान सिकन्दर का है उनसे भी अधिक महत्त्वपूर्ण उज्जवल स्थान ने केवल सिक्खों एवं जाटों में बल्कि भारतवासियों में महाराजा रणजीतसिंह का है।
बौद्धकाल में बौद्धर्म में जो महत्त्व मौर्य जाट सम्राट् अशोक का है वही सिक्खों और जाटों में संधावलिया गोत्र के जाट महाराजा रणजीतसिंह का है। एक साधारण स्तर से प्रगति करके उन्होंने सम्पूर्ण पंजाब पर अपना आधिपत्य जमा लिया। इनके नेतृत्व में सिक्ख एक मजबूत, शक्तिशाली और संगठित सैनिक राज्य में परिवर्तित हो गए। निःसन्देह महाराजा रणजीतसिंह में एक जन्मजात शासक की विशेषतायें थीं। स्वयं निरक्षर होते हुए भी विलक्षण बुद्धि, अद्भुत शक्ति, विशुद्ध राजनीति और संगठन करने की जिस अनोखी प्रतिभाशालिता का उन्होंने परिचय दिया वह स्वाभिमानी जाट जाति के इतिहास में आदर्श उदाहरण है।
जिन दुर्दान्त पठानों की प्रचण्ड वीरता के सामने सारा भारत एक बार कम्पायनमान हो रहा था, उन्हें दिलेरी से दण्ड देकर यदि किसी भारतीय नरेश ने सीधा तथा अपने अधीन बनाया तो वह केवल महाराजा रणजीतसिंह ने ही ऐसा किया। इनके समय सिक्खों का सौभाग्यसूर्य मध्याह्न पर था। महाराजा रणजीत एक ऐसे व्यक्ति थे, जिन्होंने न केवल पंजाब को एक सशक्त सूबे के रूप में एकजुट रखा, बल्कि अपने जीते-जी अंग्रेजों को अपने साम्राज्य के आस पास भी नहीं फटकने दिया। 

महाराजा रणजीतसिंह का जन्म 13 नवम्बर 1780 ई० को गुजरांवाला में हुआ। उसके पिता चन्द्रवंश में संधावालिया गोत्र के जाट महासिंह थे जो सुकरचकिया मिसल के नेता चरतसिंह के पुत्र थे। रणजीतसिंह की माता का नाम राजकौर था। जब रणजीतसिंह 5 वर्ष के हुवे तो उन्हें पढ़ने के लिए पाठशाला में भेजा गया, परन्तु रुचि न होने के कारण इन्होंने पढ़ना बन्द कर दिया। बचपन में ही रणजीतसिंह को भयानक चेचक निकल आई जिससे उनकी शक्ल बहुत बिगड़ गई और उसकी बाईं आंख भी खराब हो गई।

एक वीर तथा महत्त्वाकांक्षी युवक होने के कारण के सारे पंजाब पर अपना राज्य स्थापित करना चाहते थे। अपने इस स्वप्न को पूरा करने के लिए उन्होंने अपनी विजययात्रायें आरम्भ कर दीं। उसकी विजयों का संक्षिप्त वर्णन इस प्रकार है -
लाहौर की विजय (सन् 1799-1800)
अमृतसर की विजय (1805 ई०)
सिक्ख मिसलों के प्रदेशों की विजय (1802-1811 ई०)
कसूर और झंग की विजय (1807 ई०)
कांगड़ा की विजय (1809 ई०)
अटक की विजय (1813 ई०)
मुलतान की विजय (1818-1819 ई०)
कश्मीर विजय (1819 ई०)
मुंघेर, डेरा इस्माईलखां, बन्नू आदि की विजय (1821 ई०) 
पेशावर की विजय (1834 ई०)

महाराजा रणजीतसिंह ने एक विशाल साम्राज्य बना लिया था। इनके राज्य की सीमायें उत्तर में कराकोरम पर्वत और तिब्बत तक, दूसरी ओर उत्तर पश्चिम में हिंदुकुश व सुलेमान पहाड़ियों को छूती थी। दक्षिण-पूर्व में इनका राज्य सतलुज नदी तक और दक्षिण-पश्चिम में सिन्धु नदी व सिन्ध प्रान्त तक था। पश्चिम में सिन्धु नदी तथा उसके पार डेरागाजी खां, डेरा इस्माइल खां, बन्नू, कोहाट और पेशावर के प्रान्त इनके राज्य में शामिल थे। इनका राज्यविस्तार तत्कालीन सम्पूर्ण भारतीय नरेशों से अधिक एवं शक्तिशाली था। महाराजा रणजीतसिंह को यदि भारत के अन्तिम सम्राट् कह दिया जाये तो वजा होगा। उसने अपने राज्य को चार सूबों में बांटा था - (1) लाहौर (2) मुलतान (3) कश्मीर (4) पेशावर।

महाराजा ने बहुत से प्रदेशों पर विजय प्राप्त करके अपनी छोटी-सी सुकरचकिया मिसल को एक विशाल राज्य में परिवर्तित कर दिया। वीर योद्धा पंजाबकेसरी महाराजा रणजीतसिंह का 27 जून 1839 ई० को स्वर्गवास हो गया।
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शनिवार, 27 जून 2020

Sunny today!



With a high of 102F and a low of 86F. Currently, it's 102F and Sunny outside.

Current wind speeds: 15 from the Southwest

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Sunrise: June 27, 2020 at 05:45AM

Sunset: June 27, 2020 at 07:35PM

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June 27, 2020 at 04:00PM

शुक्रवार, 26 जून 2020

Mostly Sunny today!



With a high of 99F and a low of 84F. Currently, it's 100F and Fair outside.

Current wind speeds: 14 from the Southwest

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Sunrise: June 26, 2020 at 05:45AM

Sunset: June 26, 2020 at 07:35PM

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June 26, 2020 at 04:00PM

गुरुवार, 25 जून 2020

भारतीय प्रेस परिषद के मना करने के बाबजूद गोदी मीडिया दिग्भ्रमित प्रचार कर रही हैं

भारतीय प्रेस परिषद के मना करने के बाबजूद गोदी मीडिया दिग्भ्रमित प्रचार कर रही हैं

भारतीय प्रेस परिषद ने 4 अप्रैल 2020 को एक एडवाइजरी जारी की थी जिसमे मीडिया संस्थानों को साफ साफ निर्देश दिए गए थे कि कोरोना वायरस के इलाज का दावा करने वाले आयुर्वेदिक, योग और नेचुरोपैथी, यूनानी, सिद्ध और होम्योपैथी से संबंधी विज्ञापनों को न दिखाया जाए

उसके 3 दिन पहले 1 अप्रैल को आयुष मंत्रालय ने प्रिंट, टेलीविजन और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में कोरोना वायरस के इलाज से संबंधित दावों का भ्रामक प्रचार एवं इश्तहार बंद करने का निर्देश दिया था.

इसके बावजूद कल दिन भर तमाम न्यूज़ चैनल और वेबसाइटों पर बाबा रामदेव की कोरोना की फर्जी दवाई के बारे प्रचार किया जाता रहा …..बाबा रामदेव की कंपनी पतंजलि टीवी पर प्रिंट में करोड़ों रुपए के विज्ञापन रिलीज करती है प्रिंट, टेलीविजन और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया उपरोक्त बात जानता था इसलिए उसने विज्ञापन सीधे रूप से तो नही दिखाए लेकिन अपरोक्ष रूप से दिन भर तमाम न्यूज़ चैनल उस दवाई का प्रमोशन करते रहे और फर्जी दवाई पर लाला रामदेव के फर्जी दावे की पुष्टि करते रहे एबीपी न्यूज़ चैनल ने इस फर्जी दवाई के लॉन्चिंग का सीधा प्रसारण तक कर दिया कई न्यूज़ चैनल तो ऑर्डरमी नाम की एक मोबाइल एप का प्रचार करते रहे जिसकी मदद से लोग घर बैठे कोरोना की दवा मंगा सकेंगे।

यानी लाला रामदेव का तो असली काम हो गया था फिर शाम को आयुष मंत्रालय को होश आया ओर उसने पतंजलि को चेतावनी दी है कि ठोस वैज्ञानिक सबूतों के बिना कोरोना के इलाज का दावे के साथ दवा का प्रचार-प्रचार किया गया तो उसे ड्रग एंड रेमेडीज (आपत्तिजनक विज्ञापन) कानून के तहत संज्ञेय अपराध माना जाएगा। पतंजलि को यह भी बताना होगा कि इस दवा का ट्रायल किन-किन अस्पतालों में और कितने मरीजों पर किया गया। ट्रायल शुरू करने के क्लीनिकल ट्रायल रजिस्ट्री ऑफ इंडिया (सीटीआरआइ) में दवा का रजिस्ट्रेशन कराना जरूरी होता है। पतंजलि से सीटीआरआइ के रजिस्ट्रेशन के साथ-साथ ट्रयल के परिणाम का पूरा डाटा देने को कहा गया है।

रात होते होते पतंजलि की तरफ से जवाब आया कि पतंजलि की दवा को लेकर आयुष मंत्रालय को जो भी गलतफहमी थी, वह दूर कर दी गई है। पतंजलि ने आयुर्वेदिक दवाओं की जांच (रेंडमाइज्ड प्लेसबो कंट्रोल्ड क्लीनिकल ट्रायल) के सभी आधिकारिक मानकों को सौ प्रतिशत पूरा किया है। इसकी सभी जानकारी हमने आयुष मंत्रालय को दे दी है, अब कहीं कोई संशय नहीं रह गया है।’

लेकिन यदि पतंजलि सही होती आयुष मंत्रालय यह रोक लगाता ही नही ………लेकिन इस घटनाक्रम के बावजूद भी न्यूज़ चैनल इस फर्जी दवाई का प्रचार करते रहेंगे……..

(वरिष्ठ पत्रकार गिरीश मालवीय जी के फेसबुक वॉल से

Scattered Thunderstorms today!



With a high of 97F and a low of 83F. Currently, it's 98F and Partly Cloudy outside.

Current wind speeds: 9 from the Southwest

Pollen:

Sunrise: June 25, 2020 at 05:45AM

Sunset: June 25, 2020 at 07:35PM

UV index: 4

Humidity: 51%

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June 25, 2020 at 04:00PM

सामान्य ज्ञान